Description
Its use is beneficial in diseases like goiter, indigestion, gland, abscess, lumps inside the throat and nose, ulcers, gum, leprosy, and fistula.
इसका सेवन गलगण्ड, गण्डमाला, अपची, ग्रन्थि, अबुर्द, गले एवंनाक के भीतर गांठे पड़ना, व्रण, गुल्म, कुष्ठ व भगन्दर आदि रोगों में लाभदायक है।
Usage:
2 to 4 tablet twice a day along Kanchnar chaal, Varun chaal, gorakhmundi, khersaar kadha or as directed by the Physician.
2 से 4 टैबलेट सुबह-शाम कांचनार की छाल, वरूण छाल, गोरख मुण्डी, खेरसार के काढ़े के साथ अथवा चिकित्सक के परामर्शानुसार लें।
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